मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन को पार कर धनगवां से गोबरी के जंगल पहुंचे चार हाथी publicpravakta.com


मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन को पार कर धनगवां से गोबरी के जंगल पहुंचे चार हाथी


शशिधर अग्रवाल


अनूपपुर :-  चार हाथियों का समूह विगत 5 दिनों से अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाके में दिन के समय जंगल में ठहरने बाद रात होते ही विभिन्न ग्रामों में विचरण करते हुए ग्रामीणों की खेत एवं बांडियो में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बना रहे हैं चारों हाथी गुरुवार की सुबह मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन पार करते हुए एक बार फिर से गोबरी के जंगल में पहुंचकर ठहरे हुए हैं।


विदित है कि 25 मई की देर रात चार हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही क्षेत्र से एक बार फिर मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाके में पहुंचकर विगत 5 दिनों से विचरण कर रहे हैं जो दिन के समय होते ही जंगलों में विश्राम करने बाद रात होते ही ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों के खेत एवं बांडियों में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बना रहे हैं हाथियों के निरंतर विचरण से ग्रामीण जन परेशान है वहीं वनविभाग की अधिकारी/कर्मचारी गस्ती दल के माध्यम से हाथियों के विचरण पर निगरानी रखते हुए हाथियों एवं आम जनता की सुरक्षा कर रहे हैं,मंगलवार एवं बुधवार की मध्य रात्रि चारों हाथी वन परिक्षेत्र जैतहरी के धनगवां बीट अंतर्गत ग्राम पंचायत के क्योटार के कुसुमहाई जंगल में ठहरने बाद देर रात जंगल से निकलकर कुशुमहाई,चोई,पड़रिया में विचरण करते हुए बुधवार की सुबह फिर से धनगवां के जंगल में ठहरे रहे इस दौरान हाथियों ने भोजराज राठौर की बाउंड्री वॉल के साथ 6 ग्रामीण जिसमें बाबूराम राठौर,सुरतिया,धनीराम राठौर,भूखंण राठौर,ललन,गोकुल राठौर के खेत एवं बांडियों में लगे विभिन्न तरह के अनाजो को अपना आहार बनाया रहा है वहीं बुधवार के दिन चारों हाथी धनगवां बीट के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद देर रात कुशुमहाई,चोई,धनगवां से अनूपपुर-वेंकटनगर मुख्य मार्ग को पार कर कल्याणपुर पहुंचकर रेलवे लाइन को पार करते हुए बलबहरा,शिवनी के तिपान नदी पर स्थित गाजर घाट के जंगल से झाईताल गांव के किनारे से गुरुवार की सुबह होते ही जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग को गोबरी गांव में स्थित डियो राड के पास से पार करते हुए गोबरी बीट एवं ग्राम पंचायत के झरहीतलैया नामक जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों द्वारा पूरी रात कई गांव में ग्रामीणों के खेतों में लगी फसलों को अपना आहार बनाया इस बीच ग्रामीण जन हाथियों के आने पर हाथियों को अपने इलाके से बाहर करने के लिए हो-हल्ला,पटाखा एवं अन्य माध्यमों का उपयोग किया इस बीच वनविभाग का गस्ती दल हाथियों के विचरण के साथ हाथियों एवं आम जनों की सुरक्षा में लग रहा है गुरुवार की रात हाथियों का समूह किस ओर विचरण करेगा यह रात होने पर ही पता चल सकेगा।


 रिपोर्ट शशिधर अग्रवाल अनूपपुर

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