पब्लिक प्रवक्ता


कोतवाली पुलिस ने 09 वर्षों से फरार धोखाधड़ी के आरोपी को छत्तीसगढ़ से किया गिरफ्तार


अनूपपुर :- पुलिस अधीक्षक अनूपपुर  मोती उर रहमान के द्वारा जिले के समस्त थाना प्रभारियों को लम्बे समय से फरार चल रहे आरोपियों की पता तलाश कर गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिस पर थाना कोतवाली अनूपपुर द्वारा श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री इसरार मन्सूरी, एसडीओपी अनूपपुर श्री सुमित केरकेट्टा के मार्गदर्शन में धोखाधड़ी के प्रकरण में 09 वर्षों से फरार चल रहे आरोपी रामाधार चौधरी निवासी अमगवा थाना जैतहरी  को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।


दिनांक 30.04.2016 को फरियादी टीकम प्रसाद रजक पिता विशाल रजक उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम हर्री के द्वारा थाना कोतवाली अनूपपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि सृष्टि वेयर कंपनी के एजेन्ट संतोष राठौर एवं नरेन्द्र राठौर के द्वारा फरियादी को 05 वर्षों में पैसा डबल करने एवं प्रत्येक माह 750 रूपये का बोनस दिये जाने का लालच देकर फरियादी से 50000 रूपये प्राप्त किया जाकर सृष्टि वेयर कंपनी का पालिसी दिया गया तथा रामाधार चौधरी  द्वारा फरियादी से लिये गये रूपये की कोई पालिसी नही दी गई है। जिस पर थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्रमांक 167/2016 धारा 420,34 पंजीबद्ध किया गया था तथा प्रकरण के अन्य 08 आरोपियो 1. सामियल लिबिन्सटन 2 जगदीश प्रसाद चर्मकार, 3. रामकृपाल कोल, 4. ननदऔ राठौर, 5. देवेन्द्र कुमार राठौर, 6. रामकिशोर रैदास 7. रामलाल चौधरी, 8. नरेन्द्र कुमार राठौर, 9. संतोष राठौर को गिरफ्तार किया जा चुका था।


आरोपी रामाधार चौधरी लम्बे समय से फरार चल रहा था दिनांक 01.07.25 को टी.आई. कोतवाली निरीक्षक अरविन्द जैन के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक भगवान सिहं पाटले, प्रधान आरक्षक शिवशंकर प्रजापति, विनय बैस, सायबर सेल से आरक्षक पंकज मिश्रा के द्वारा 09 वर्षों से फरार चल रहे आरोपी रामाधार चौधरी पिता चैतू चौधरी उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम अमगवां थाना जैतहरी जिला अनूपपुर को छत्तीसगढ़ के पेंड्रा से गिरफ्तार किया गया है।

 


मध्य प्रदेश पटवारी संघ जिला इकाई अनूपपुर ने विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर को सौपा ज्ञापन


अनूपपुर :- जिले के पटवारियों ने वेतमान, पदोन्नति व अन्य मांगों को लेकर अनूपपुर कलेक्टर को मुख्यमंत्रीनक नाम ज्ञापन सौंपा है जिसमे जहाँ गया है कि, प्रदेश का पटवारी ना सिर्फ अपने प्रदेश अपितु राष्ट्रीय स्तर पर अपने उत्कृष्ट कार्यों के द्वारा केन्द्र सरकार की हर योजनाओं के क्रियान्वयन मे सर्वश्रेष्ठ एवं अग्रणी होकर प्रदेश को पुरूस्कृत से सम्मानित होने का गौरवशाली अवसर प्रदान कराया है, चाहे वो भू-अभिलेख का डिजीटाइजेशन हो या प्रधानमंत्री आवास स्वामित्व योजना जैसे कार्य हो, किंतु बेहद खेद का विषय है की प्रदेश स्तर पर चाहे वेतमान हो, पदोन्नति हो, स्थानांतरण या अन्य मौलिक अधिकार हो उसका शोषण हुआ है। जो निम्नलिखित है।




 स्थानांतरण: वर्तमान मे अंतरजिला संविलयन में प्रदेश स्तर पटवारियों के स्थानांतरण में वंचित वास्तविक ओर उचित पात्र पटवारियों द्वारा स्थानांतरण योजना का लाभ नहीं दिया है। जिसमें शासन की संविलयन स्नानांरण नीति के तहत निम्न श्रेणी के पात्रों को स्थानांतरण से वंचित किया जो मुख्य है। 1. पति एवं पत्नी दोनों पटवारी होने पर भी एक जिले पदस्थापना का लाभ नहीं दिया गया। 2. पति पत्नी दोनों शासकीय सेवक होकर भी एक ही जिले स्थानांतरित नहीं किया गया। 3. वैवाहिक स्थिति में महिला पटवारियों को उनके ससुराल क्षेत्र के जिलो स्थानांतरित नहीं किया गया। 4. गंभीर रूप से बिमारी से पीड़ित पटवारियों को उनके गृह जिलो में पदस्थापना से बंचित रखा गया। 5. आपसी सहमति (म्यूचुअल) स्थानांतरण आवेदन की स्थिति मे एक को लाभ दिया दूसरे पटबारी को वंचित रखा गया। 6. संविलियन स्थानांतरण नीति के तहत पांच प्रतिशत के हिसाब लगभग 1200 पटवारियों को स्थानांतरण की पात्रता बनती है। लेकिन मात्र 509 पटवारियों का स्थानांतरण का लाभ देकर लगभग 700 से अधिक पटवारियों को स्थानांतरण लाभसे वंचित किया गया है। 8. जिला स्तर पर गृह तहसील को आधार बनाकर  मध्यप्रदेश पटवारी संघ के मान्यता प्राप्त पदाधिकारियों को निशाना बनाकर नियम विरुद्ध प्रताड़ना की दृष्टि से स्थानांतरण किए तथा पटवारी को गह तहसील के मद्दे पर बेतहाशा संख्या मे पटवारियों का स्थानांतरण किया गया। पटवारी संघ मांग करता है कि न्यायोचित वंचित पटवारियों का स्थानांतरण किया जावे तथा पटवारी पदाधिकारियों एवं गृह तहसील के आधार पर किए स्थानांतरण निरस्त किए जावे।

2. समान कार्य समान वेतनमान: प्रदेश के पटवारियों वेतमान को विगत 27 वर्ष की उन्नयन नहीं किया है। जबकि राजस्व विभाग के सभी पदों का वेतनमान उन्नयन किया गया है। इसी प्रकार पटवारियों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक, कम्प्यूटर सीपीसीटी परीक्षा उत्तीर्ण तथा कार्यों में राजस्व निरीक्षक के सीमांकन जैसे कार्यों को भी सौपा गया है। किंतु इस आधार पर समान कार्य समान वेतन पे ग्रेड 2800 प्रदान नहीं की गई है। जो वर्षों से लंबित है।


3. कैडर रिव्यू :- प्रदेश के पटवारियों के लिए शासन द्वारा कैडर रिव्यू का प्रस्ताव वर्ष 2018 से तैयार किया गया है। जिसे पटवारी संघ लागू करने हेतु सतत मांग कर रहा है किंतु लागू नहीं किया है। उसे शीघ्र लागू किया जावे।


4. पदोन्नति :- मध्यप्रदेश शासन के निर्देश अनुसार प्रदेश के लगभग सभी विभागों एवं राजस्व विभाग के भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पदोन्नति की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। किंतु सिर्फ पटवारियों को ही वंचित करते हुए कोई प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुई है।


5. विभागीय परीक्षा :- शासन के नियमानुसार प्रति वर्ष नायब तहसीलदार पद हेतु विभागीय परीक्षा शासन द्वारा आयोजित की जाना आवश्यक है। किंतु विगत छह वर्षों से पटवारियों को वंचित रखते हुए, नायब तहसीलदार पद हेतु विभागीय परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया है। जिसे प्रतिवर्ष आयोजित कर इसका लाभ पटवारियों को पहुंचाया जावे।


6. गोपनीयता चरित्रावली प्रदेश के प्रत्येक जिलो की लगभग सभी तहसीलों के लगभग हजारों पटवारियों की गोपनीय चरित्रावली सी आर वर्षों से नहीं लिखी गयी है। जिससे उन्हें समयमान वेतनमान के आर्थिक लाभों से वंचित किया जा रहा है। इस हेतु प्रदेश स्तर पर अभियान चलाकर उनकी सी आर पूर्ण करवाई जावे तांकि उन्हें समयमान वेतनमान तथा पदोन्नति में समस्या का सामना ना करना पड़े।


7. अतिरिक्त वेतन :- अवकाश कालीन दिवस शनिवार एवं रविवार में प्रदेश के पटवारियों से शासकीय कार्य नहीं कराया जावे, अन्यथा अवकाशकालीन दिवसों में कार्य करवाने के एवज में पुलिस विभाग की भांति पटवारियों को भी वर्ष मे एक माह का अतिरिक्त वेतन (13 माह) का वेतन प्रदाय किया जावें।.


8. स्वामित्व योजना की राशि का भुगतान :- प्रदेश के लगभग सभी जिलों स्वामित्व योजना का कार्य पुर्ण हो चुका है। किंतु इसकी मानदेय राशि का भुगतान नहीं हुआ है। इस हेतु जिला स्तर पर पटवारियों के स्वामित्व योजना के मानदेय की राशि का शीघ्र भुगतान हेतु निर्देश प्रदान किए जाएं।


9. सायबर तहसील :- शासन द्वारा आनलाइन रजिस्ट्री नामांतरण हेतु साइबर 2.0 साइबर तहसील भोपाल का निर्माण किया है। जिसमें पटवारियों द्वारा अपने प्रतिवेदन पूर्ण कर साइबर तहसील भोपाल की ओर अग्रेषित किए है। किंतु ऐसे हजारों की संख्या में वहां नामांतरण पेंडिंग है। जिसका साइबर तहसील स्तर पर निराकरण नहीं किया जा रहा है। जिससे पटवारियों को कृषकों का कोप भाजन था अधिकारियों द्वारा अनावश्यक रूप से प्रताडित व दंडित किया जा रहा है। अतः सायबर तहसील की समस्या पर पटवारी को प्रताड़ित व दंडित नहीं किया जाए व सायबर तहसील भोपाल स्तर पर इनका तत्काल निराकरण हो।


माननीय महोदय से निवेदन है कि प्रदेश के पटवारियों की उक्त न्यायोचित मांगों का शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करें, अन्यथा प्रदेश का पटवारियों उक्त मांगों निराकरण ना होने की स्थिति में चरणबद्ध आंदोलन हेतु बाध्य होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

 जल गंगा संवर्धन अभियान का मैकल पार्क में हुआ समापन ।


विधायक फुंदेलाल सिंह ने मैंकल पार्क सौंदर्यीकरण का किया लोकार्पण 


मां नर्मदा के जल की पवित्रता बनाए रखे और  नदी में अपशिष्ट ना डालें विधायक मार्को


 श्रवण उपाध्याय 


अमरकंटक : - मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक के नगर परिषद द्वारा अमृत 2.0 योजना अंतर्गत मेंकल पार्क के सौंदर्यी करण का विधिवत लोकार्पण किया  एवं मध्य प्रदेश शासन द्वारा शुरू किए गए जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन कार्यक्रम को संपन्न किया गया । पुष्पराजगढ़ के लोकप्रिय  विधायक फुंदे लाल सिंह मार्को ने इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 30 मार्च 25 से 30 जून 25 तक राज्य शासन द्वारा चलाए गए जल गंगा संवर्धन अभियान में विभिन्न जल स्रोतों की साफ सफाई की गई , ताकि हमारे जल स्रोत कल कल निनाद करते हुए शुद्ध जल प्रवाहित होते रहे । जल से ही हमारा जीवन है । इसी तरह पर्यावरण से शुद्ध जल , वायु जो प्राण वायु है हमें प्राप्त होती है । पतित पावनी मां नर्मदा जी का जल साफ सुथरा रहे गंदगी ना डालें , अपशिष्ट ना डालें । नर्मदा नदी के जल को आप अपवित्र ना करें । जल और वायु दोनों ही हमारे प्राण रक्षक हैं ।  किसी भी जल स्रोतो को गंदा न होने दे , साफ सुथरा बनाए रखें । जल स्रोतों को साफ रखना हमारा नैतिक दायित्व है । 


नगर परिषद अमरकंटक द्वारा आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन कार्यक्रम का तथा अमृत 2.0 योजना के तहत मेंकल पार्क के सौंदर्यीकरण का विधिवत लोकार्पण आज मैंकल पार्क अमरकंटक में किया गया । 

आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को , अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्ष पार्वती सिंह उईके , विशिष्ट अतिथिजनों में नगर परिषद के पार्षदगण , संत जी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे । कार्यक्रम के प्रथम चरण में  मां नर्मदा जी के छायाचित्र पर विधिवत पूजन अर्चन किया । तत्पश्चात शिला  पटिका अनावरण किया । कार्यक्रम में नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी चैन सिंह परस्ते ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया तथा कार्यक्रम का संचालन प्रकाश द्विवेदी (विक्की) द्वारा किया गया । आगे कार्यक्रम को प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष अंबिका प्रसाद तिवारी ने संबोधित करते हुए कहा कि वृक्ष हमें शुद्ध वायु प्रदान करते हैं , कोरोना  काल में हमें कृत्रिम ऑक्सीजन वायु लेना पड़ा था । पर्यावरण संरक्षण संवर्धन की दिशा में वृक्षा रोपड़ करें , जल स्रोत साफ सुथरे रखें । नर्मदा जी जीवन दायिनी है ,  नर्मदा जी के जल की पूजा की जाती है तथा श्रद्धालु निरंतर परिक्रमा करते रहते हैं ऐसी है हमारी मां नर्मदा । 


मैकल पार्क में एल ई डी माध्यम से मुख्यमंत्री जी का वक्तव्य लाइव प्रसारण माध्यम से उपस्थित लोगों ने सुना और  देखा । नगर परिषद अमरकंटक द्वारा आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन कार्यक्रम एवं अमृत 2.0 योजना के तहत मैकल पार्क सौंदर्यीकरण का लोकार्पण कार्यक्रम में अमरकंटक विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता अंबिका प्रसाद तिवारी , संत स्वामी नर्मदानंद जी महाराज , जनपद पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष संतोष पांडे , नर्मदा मंदिर पुजारी पंडित धनेश द्विवेदी , पंडित सुनील द्विवेदी ,  पार्षद देवानंद खत्री ,  जोहनलाल चंद्रवंशी , शक्ति शरण पांडेय ,  सुखनंदन सिंह , रोशन पनारिया , सावित्री सिंह पवन तिवारी , सोनू द्विवेदी , रूपेश द्विवेदी , मंडलम कांग्रेस अध्यक्ष श्यामलाल सेन , देवेंद्र जैन , पूर्व अध्यक्ष एवं पार्षद बलीराम केवट ,  लखन झरिया , वीरू तंबोली , पत्रकार धनंजय तिवारी , श्रवण कुमार उपाध्याय एवं उमाशंकर पांडेय ( मुन्नू ) आदि कार्यक्रम में सभी कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे ।

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