सजहा नाले में बही कार, पति-पत्नी व दो बच्चों के शव मिले publicpravakta.com


सजहा नाले में बही कार, पति-पत्नी व दो बच्चों के शव मिले


प्रत्यक्षदर्शी- रोकने के बाद भी तेज धार में ले गए कार,


अनूपपुर :-  रविवार की रात्रि अनूपपुर जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर अमरकंटक रोड पर सजहा नाले में एक कार रात में बह गई। कार में पति-पत्नी और दो बच्चे सवार थे। जिसे एसईसीएल कर्मी 38 वर्षीय चंद्रशेखर यादव चला रहे थे। कार में पत्नी 37 वर्षीय प्रीति यादव, 8 वर्षीय बेटा रेघांश और बेटी 2 वर्षीय सीची की मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को चारों के शव बरामद कर लिए है।


अनूपपुर निवासी चंद्रशेखर यादव अपनी पत्नी प्रीति और दो बच्चों के साथ रविवार को अमरकंटक गए थे। प्रीति यादव जिला चिकित्सालय में नर्स के पद पर कार्यरत थीं। प्रीति का शव रविवार को घटनास्थल से 5 किमी दूर मिला था। जबकि पति और दो बच्चों के शव सोमवार को 9 किमी के दायरे में मिले। जानकारी अनुसार सोमबार की समय सीमा बैठक में कलेक्टर हर्षल पंचोली ने घटना पर नारजगी व्यक्त करते हुए ग्राम औडेरा के पटवारी रांजीव सिंह, पंचायत सचिव कल्याण सिंह एवं रोजागार सहायक पर कार्यवाही करने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत को दिये हैं। परिवार को धांढ़स बधाने के लिए मध्य प्रदेश कुटीर एवं ग्राम उद्योग राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल जिला चिकित्सालय अनूपपुर पहुंचे और परिवार की सांत्वना दी। दिलीप जायसवाल ने पीड़ित परिवारों को विधायक निधि से 25,25 हजार रुपए देने की घोषणा की है।



जानकारी अनुसार चंद्रशेखर यादव मूल रूप से बाबा कालोली बदरा के रहने वाले थे। वह सोहागपुर एसईसीएल में फोरमैन के पद पर कार्य करते थे। रविवार छुट्टी का दिन था, इसलिए परिवार के साथ अमरकंटक घूमने गए थे। हादसा रात करीब 7 बजे हुआ। वापसी के दौरान जब सजहा पुल पर पानी का बहाव तेज था। दोनों तरफ कई वाहन रुके थे। लोगों ने चंदशेखर को भी पुल पार न करने की सलाह दी, लेकिन एक बस के पूल पार करने के बाद चंद्रशेखर ने भी हिम्मत कर कार आगे बढ़ाई। इसी दौरान पुल का एक हिस्सा टूट गया और तेज बहाव में कार वह गई। पुलिस ने सोगवार दोपहर चंद्रशेखर और उनके दो बच्चों का शव बरामद किया। ज्ञात हो कि रविवार देर रात पत्नी प्रीति का शव मिल चुका था। ज्ञात हो कि जिले में तीन दिनों से भारी बरसात के कारण नदी लाने जान पर हैं।


पुल पार करने से लोगों ने किया था मना


प्रत्यक्षदर्शी जसमत सिंह बंजारा ने बताया कि पुलिया में पानी ज्यादा होने के कारण पहले एक कार आई, जिसे आसपास के लोगों ने निकाल लिया था। उसके थोड़ी देर बाद एक बस निकली। बस के पीछे ही चंद्रशेखर यादव कार सवार अपने परिवार के साथ तेज बहाव में पुलिया पार करने लगे। पास ही स्थित वेयरहाउस के कर्मधारी उन्हें पुलिया पार करने के लिए बार-चार गना कर रहे थे।


पौधे फंसने की वजह से पानी सड़क पर आया


जसमत सिंह बंजारा ने बताया कि शाम करीब 6 बजे पुलिया में मानी ऊपर तक आ गया था। पुलिया में पेड़-पौधे फंसने की वजह से पानी सड़क पर आया। पानी का बहाव इतना तेज था कि हमें घर से सामान निकालने का मौका नहीं मिला। घर का दरवाजा लगाकर पास ही स्थित एक पक्के मकान की छत पर चढ़ गए। इसी दौरान हमने ये हादसा देखा।


जानकारी के अनुसार चंद्रशेखर यादव की माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका था। चंद्रशेखर यादव अपनी परिवार के साथ अनूपपुर में रहता था। इस दुर्घटना में पूरा पारिवार खत्म हो गया। पत्नी प्रीति यादव की माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल हैं। वह अपने बेटी और दामाद, बच्चों का शव देखने के लिए जिला चिकित्सालय अनूपपुर पहुंचे। परिवार को सांत्वना देने के लिए मध्य प्रदेश कुटीर एवं ग्राम उद्योग राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल भी जिला चिकित्सालय अनूपपुर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। दिलीप जायसवाल ने पीड़ित परिवारों को विधायक निधि से 25, 25 हजार रुपए देने की घोषणा की हैं।

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