संस्कृति व स्थानीय लोक कला को बढ़ावा देने होंगे सार्थक प्रयास - कलेक्टर publicpravakta.com

 


अमरकंटक में नर्मदा जन्मोत्सव की संध्या पर आयोजित हुआ निर्झरणी महोत्सव*


संस्कृति विभाग द्वारा वनवासी चरितों पर आधारित लीला नाट्य तथा स्थानीय पारम्परिक नृत्यों की प्रस्तुति ने जनमानस को किया भावविभोर


वनवासी लीला तथा नर्मदा कथा पर आधारित लगाई गई चित्र प्रदर्शनी


संस्कृति व स्थानीय लोक कला को बढ़ावा देने होंगे सार्थक प्रयास - कलेक्टर


अनूपपुर :- नर्मदा जन्मोत्सव 2022 एवं निर्झरणी महोत्सव के तहत 8 फरवरी 2022 मंगलवार को माँ नर्मदा मंदिर परिसर अमरकंटक में सांध्यकालीन कार्यक्रम के तहत मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा विशेष रूप से तैयार रामायण में वर्णित वनवासी चरितों पर आधारित लीला नाट्य निषादराज गुहाय तथा स्थानीय गोंड़ तथा बैगा जनजाति समुदायों के पारम्परिक नृत्यों की प्रस्तुति का आयोजन किया गया। आयोजन का शुभारंभ कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक श्री अखिल पटेल, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक राजन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हर्षल पंचोली, अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुष्पराजगढ़ श्री अभिषेक चौधरी, डिप्टी कलेक्टर श्री विजय डेहेरिया की मंच पर उपस्थिति से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने संबोधित करते हुए कहा कि माँ नर्मदा जन्मोत्सव कार्यक्रम पूरे उत्साह, उमंग तथा आस्था के साथ मनाया गया। सभी लोगों ने अभूतपूर्व सहयोग देकर कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अविस्मरणीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन कार्यक्रम की निरन्तरता के लिए सतत प्रयासरत रहेगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोक कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सार्थक प्रयास किए जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार नर्मदा जयन्ती के अवसर पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा संस्कृति विभाग के माध्यम से एक दिवसीय निर्झरणी महोत्सव के अंतर्गत नाट्य प्रस्तुति के साथ ही स्थानीय पारम्परिक नृत्यों की प्रस्तुति व चित्र प्रदर्शनी आयोजित की गई है, जिससे कार्यक्रम को गरिमा मिली है। उन्होंने नर्मदा जन्मोत्सव एवं निर्झरणी महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी के सहयोग के लिए आभार ज्ञापित किया। 


   निर्झरणी महोत्सव के तहत मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा रामायण में वर्णित वनवासी चरितों पर आधारित लीला नाट्य निषादराज गुहाय की प्रस्तुति देकर जनमानस को भावविभोर कर दिया। लीला नाट्य के कलाकारों द्वारा विभिन्न रामायण आधारित मुद्राओं की प्रस्तुति निर्देशक गुरु श्री प्रसन्नदास जी, संगीत संयोजन श्री मिलिन्द्र द्विवेदी, आलेख श्री योगेश त्रिपाठी के नेतृत्व में दी गई। इस अवसर पर श्री शिवप्रसाद धुर्वे अनूपपुर व साथी द्वारा गोंड़ गुदुम बाजा नृत्य तथा लामूलाल धुर्वे अनूपपुर एवं साथियों द्वारा गोंड़ करमा शैला नृत्य तथा दिलीप कुमार एवं साथी डिण्डौरी द्वारा बैगा परधोनी करमा नृत्य की पारम्परिक प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पवित्र माँ नर्मदा के प्रति धन्यता का उत्सव में माँ नर्मदा पर आधारित जीवन रेखा तथा राग ऑफ रिवर नर्मदा फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम स्थल पर निषादराज गुहाय नाथ द्वारा शैली राजस्थान की वनवासी लीलाएं तथा गोंड़ समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्र पर आधारित शास्वत चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका जनसमुदाय द्वारा अवलोकन करते हुए पारम्परिक विधा की जानकारी प्राप्त की गई। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा संयोजित कार्यक्रम ने अमरकंटक में आयोजित नर्मदा जन्मोत्सव की संध्या को निर्झरणी महोत्सव के रूप में लोक परम्परा के कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर चार चाँद लगा दिए गए। देर रात तक नागरिक कार्यक्रम के आनंद में डूबे रहे।दर्शकों ने करतल ध्वनि से कलाकारों का हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर अमरकंटक स्थित आश्रमों के साधु-संत, पुजारी, जनप्रतिनिधिगण, व्यापारी, नागरिक तथा जिले के अन्य अंचलों से पधारे श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में सहभागिता की।

एक टिप्पणी भेजें

MKRdezign

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Blogger द्वारा संचालित.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget