एबीव्हीपी के विभाग संगठन मंत्री पर हमलें के मामले में जय गणेश दीक्षित,विशाल ताम्रकार,विकास केशरवानी समेत 7 पर मामला दर्ज
पी एच डी घोटाले में शामिल प्रोफेसर और नेताओं की मामले से ध्यान हटाने की साजिस
विश्वविद्यालय में एबीव्हीपी कार्यकर्ताओं पर हुए हमले में पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों पर धारा 296, 115(2), 351(3)/5 समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।अमरकंटक विश्वविद्यालय में एबीव्हीपी कार्यकर्ताओं पर हमला, पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों पर धारा 296, 115(2), 351(3)/5 समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
जयगणेश दीक्षित, विशाल ताम्रकार, आयुष राय, शरद द्विवेदी, विकास केशरवानी, प्रथम गुप्ता और करण सिंह राठौर पर मामला दर्ज।
अमरकंटक :- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) में चल रहे एबीव्हीपी के अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन के बीच विवाद गहराने लगा है। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, दिनांक 14 अगस्त 2025 की रात लगभग 08:50 बजे विश्वविद्यालय परिसर में सावन सिंह पिता वीरेंद्र सिंह गहरवार, जो कि एबीवीपी संगठन के शहडोल विभाग के संगठन मंत्री है , अपने साथियों के साथ धरना स्थल पर मौजूद थे।
इसी दौरान जयगणेश दीक्षित, विशाल ताम्रकार, आयुष राय, शरद द्विवेदी, विकास केशरवानी, प्रथम गुप्ता और करण सिंह राठौर सहित अन्य छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर एबीव्हीपी कार्यकर्ताओं से गाली-गलौज, हाथापाई की और जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों पर धारा 296, 115(2), 351(3)/5 समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
गौरतलब है कि एबीव्हीपी के कार्यकर्ता विगत कई दिनों से पीएचडी प्रवेश परीक्षा रद्द करने और भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। इस बीच हुई मारपीट की घटना ने माहौल को और गरमा दिया है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं एबीव्हीपी ने आरोप लगाया है कि यह हमला आंदोलन को दबाने की साजिश के तहत किया गया है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले में क्या कदम उठाता है और विश्वविद्यालय का माहौल कब तक सामान्य हो पाता है।