नर्मदा उत्तर तट मोक्षधाम में हुआ गायक का अंतिम संस्कार
पुष्कर डैम रामघाट में नहाते वक्त डूबने से युवक की हुई थी मौत
अमरकंटक में दिन भर चला गुरुपूर्णिमा का उत्सव , हादसा की खबर फैलते ही माहौल हुआ गमगीन ।
शांति कुटी आश्रम का था शिष्य , कल्याणिका विद्यालय से किया था विद्याध्ययन ।
श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक : - मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर एक सप्ताह पूर्व से गुरुपूर्णिमा उत्सव श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण किया जा रहा था । देश के अनेक प्रदेश से भक्तगण गुरुपूर्णिमा मानने शांतिकुटी आश्रम अमरकंटक में पहुंचे हुए थे । कथा का अंतिम दिवस में नगर भंडारा का आयोजन था जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण,भक्त , तीर्थयात्री,स्कूली बच्चे सभी भंडारे की प्रसादी वितरण में खूब सेवा की थी । नया चेहरा उभरता हुआ भजन गायक राज सिंह भदौरिया उम्र 22 वर्ष निवासी मालनपुर थाना मालनपुर जिला भिंड का रहने वाला था ।
नर्मदा में तैरते वक्त डूबने से हुई मौत ।
प्राप्त जानकारीनुसार अमरकंटक नर्मदा नदी में बना प्रथम पुष्कर डैम के रामघाट में दिन गुरुवार को
दोपहर लगभग 3.30 बजे अपने बड़े भाई अर्जुन भदौरिया , मुंहबोले जीजा नर्मदा में स्नान करने पानी में उतरे और तैरते हुए राज लंबा चला गया बाकी वापस आ गए जबकि राज और अर्जुन की सगी बहन भी घटना वक्त वहां मौजूद थी । बहन ने आवाज भी दी कि राज भाई वापस आ जाओ ज्यादा आगे मत जाओ लेकिन काल के आगे किसकी चली है ।
डेम में लगा फूब्बारा पास पहुंचते ही उसने बचाओ जैसी स्थिति निर्मित की और डूब गया । घाट पर अन्य लोग भी थे जो चिल्ला रहे थे वह डूब गया । तत्काल शांति कुटी आश्रम और अन्य परिवार वालो को काल किया गया सुनते ही रामघाट पर भारी लोग एकत्रित हो गए । सर्व प्रथम अमरकंटक का निवासी अतुल द्विवेदी कूद कर उसे बचाने हेतु गया लेकिन थोड़ा समय बाद थक गया और वो वापस आते आते स्वतः डूबने की स्थिति निर्मित होने लगी ,पानी भी पी गया । उसे भी तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया गया और वह कई घंटे बाद नार्मल हुआ ।
एक व्यक्ति जो अमरकंटक के वार्ड 8 कपिलासंगम निवासी कृष्णा ने बोट में सवार होकर गया और बताए हुए स्थान पर कूदा और उसे लेकर पानी के ऊपर आ गया ।
सूचना प्राप्त होते ही पुलिस प्रशासन तत्काल पहुंच गई । प्रशासन की उपस्थिति होने पर भी वहां कुछ नहीं किया ।
बाहर से आए लोगों और क्षेत्र का गुस्सा फूट रहा था कहना है कि प्रशासन ने अमरकंटक को पर्यटन क्षेत्र घोषित कर दिया है लेकिन व्यवस्था क्यों कुछ भी नहीं की ।
प्रशासन क्या अंत में लाश उठाने आती है । एक घंटा गुजर जाने के बाद भी प्रशासन का कोई गोताखोर उपस्थित नहीं हुआ । नाराज लोगों ने जमकर प्रशासन को बुरा भला कहा , क्या यही पर्यटन क्षेत्र की व्यवस्था बनाई गई है ।
एक अत्यंत दुखद और हृदयविदारक घटना घटी ।
स्थानीय पुलिस,पटवारी मौके पर रहे । उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरकंटक लाया गया,जहां मौजूद चिकित्सक डॉ रानू प्रताप सारीवान ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।
पुलिस द्वारा मर्ग क्रमांक 22/25 बीएनएस की धारा 194 के तहत मामला कायम कर लिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार राज भदौरिया अमरकंटक स्थित शांति कुटी आश्रम का शिष्य था। वह भजन और संगीत का एक उभरता हुआ गायक था तथा आश्रम में रहकर कल्याणिका विद्यालय में अध्ययन भी किया था। उसका व्यवहार विनम्र और अध्यात्म के प्रति समर्पित था । एक सप्ताह से आश्रम में चल रही भागवत में उसने खूब भजन संगीत गाया और उपस्थित भक्त लोगों ने उसके भजन को खूब सहारा । उत्साह और प्रेम उसकी गायिकी की झलक दिखती थी । एक माह बाद उसकी लिखित भजन की शूटिंग भी थी ।
इस अप्रत्याशित हादसे से अमरकंटक क्षेत्र में शोक की लहर फैली हुई है ।
आज शुक्रवार को नर्मदा उत्तर तट मोक्षधाम घाट पर शांति कुटी आश्रम से गायक राज भदौरिया की अंतिम यात्रा निकाली गई । वहां उपस्थित लोगों की आँखें नम हो गई जब आश्रम के स्वामी श्रीमहंत रामभूषण दास जी महाराज ने अंतिम बिदाई में शामिल हुए । राज की पढ़ाई और गायिकी हेतु खूब मेहनत करवाया था । जब अपने पैरों में खड़ा होने लायक बन गया था तभी गुरु , माता , भाई ,बहन और प्रेमीजनों के आंखों के सामने अंतिम बिदाई हो रही है ।
पूरे नगर में एक ही बात चर्चा में है कि एक नया उभरता हुआ भजन गायक लड़का चला गया ।