अमरकंटक के वार्ड 02 में बनी सड़क हुई जर्जर, आमजन के लिए बनी मुसीबत,प्रशासन मौन
श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक : - मां नर्मदा की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक के वार्ड 02 में बनी मिनी स्मार्ट सिटी सड़क की आज इतनी ज्यादा दयनीय स्थिति है कि कुछ कहना ठीक नहीं । "मिनी स्मार्ट सिटी" के सपनों को ढोती अमरकंटक नगर की सड़कों की वास्तविकता कुछ और ही बयां करती है । नगर के वार्ड क्रमांक 2 में स्थित यह सड़क किनारे स्कूली बच्चों और बच्चियों का हॉस्टल भी स्थित है , जिन्हें भी पैदल चलने में भारी दिक्कत उठानी पड़ती है । यह जर्जर सड़क अनेक वार्ड और नगर को स्टेट हाईवे से जोड़ती भी है । इस प्रमुख मार्ग पर चलना लोगों के लिए रोज़ की चुनौती बन गई है।
स्थानीय रहवासियों की पीड़ा स्पष्ट है - बार-बार की शिकायतों के बावजूद भी प्रशासनिक उदासीनता बनी हुई है । नागरिकों का आरोप है कि निर्माण कार्य में ठेकेदारों ने केवल लीपापोती कर खानापूर्ति की है । परिणामस्वरूप पहली ही बारिश में सड़क की ऊपरी परतें उखड़ गईं और पूरे मार्ग में कीचड़ एवं गड्ढों का रूप धारण कर लिया है ।
इस मार्ग से प्रतिदिन नन्हे स्कूली बच्चे, बुजुर्ग नागरिक और अस्पताल जाने वाले मरीज गुजरते हैं । उनके लिए यह सड़क अब एक त्रासदी बन चुकी है । गड्ढों की भरमार और हर कदम पर फिसलन संभावित दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही है ।
इसी तरह मुख्य मार्ग होते हुए कपिलधारा जाने पर अनेक जगह सड़को पर गहरे गड्ढे है जो दुर्घटना के कारण भी बन सकता है ।
चिंताजनक बात यह है कि वार्ड दो में बनी सड़क "मिनी स्मार्ट सिटी अमरकंटक योजना" के अंतर्गत बनाई गई थी जिसका उद्देश्य शहर को सुविधाजनक एवं सुरक्षित बनाना था । परंतु समय पर देखरेख के अभाव ने इस महत्वाकांक्षी योजना की साख पर गहरा आघात किया है ।
नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग को तत्काल मरम्मत कर कार्यवाई की जाए , वह भी उच्च गुणवत्ता के साथ ।वार्ड वासियों का कहना भी है कि लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई भी करनी चाहिए , ताकि भविष्य में इस प्रकार की योजनाएं केवल कागजों में सीमित न रह जाएं ।