जिले में एक बार फिर हाथियों की दस्तक, ग्रामीणों के माथे पर चिन्ता की लकीरे publicpravakta.com


जिले में एक बार फिर हाथियों की दस्तक,ग्रामीणों के माथे पर चिन्ता की लकीरे


अनूपपुर :- चार हाथियों का समूह लगभग 18 दिन बाद छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन मंडल एवं वन परिक्षेत्र में विचरण करने बाद 25 मई की रात 11:55 बजे मरवाही की सीमा पारकर अनूपपुर जिले के जैतहरी थाना,तहसील एवं वन परिक्षेत्र में गूजर नाला पार कर चोलना गांव से बाहर से होते हुए ग्राम पंचायत क्योटार के कुशुमहाई गांव जो बीट धनगवां के कक्ष क्रमांक आर,एफ,337 में पहुंचकर 26 मई सोमवार की सुबह से विश्राम कर रहे हैं,वनविभाग हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी रखे हुए हैं ग्रामीणों को दिन मे अकेले जंगल नहीं जाने की अपील की है।


17 दिन बाद फिर छत्तीसगढ़ से लौटे चार हाथी धनगवां के जंगल में डाला डेरा


 एक अन्य हाथी साथी के साथ चार हाथियों का समूह 17 दिन बाद फिर से छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा को रविवार एवं सोमवार की मध्य रात पार करते हुये अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाका अंतर्गत धनगवां के जंगल में पहुंचकर दिन में विश्राम कर रहे हैं हाथियों के एक बार फिर से वापस आने से ग्रामीण अपने जान-माल को लेकर चिंतित है वही वनविभाग ने ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने की सलाह दी है।


तीन हाथियों का समूह अनूपपुर जिले में 50 दिन बिताने बाद 8 एवं 9 मई की मध्य रात अनूपपुर जिले के जैतहरी थाना,तहसील एवं वन परिक्षेत्र के चोलना गांव की सीमा को पार कर छत्तीसगढ़ राज्य के वन मंडल एवं वन परिक्षेत्र मरवाही के शिवनी,मरवाही घुसरिया इलाके में चले गए रहे हैं इसी बीच 10 मई को एक अन्य हाथी कटघोरा वन मंडल के पसान वन परिक्षेत्र से मरवाही इलाके में आकर अपने तीन साथियों के साथ मिलकर कर चार हाथियों का समूह विगत 17 दिनों से मरवाही इलाके में विचरण करता रहा है चारों हाथी रविवार के दिन मरवाही वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट अंतर्गत बदरौडी जंगल के बांस प्लांटेशन में दिनभर रहने बाद देर शाम कतलगढई बांध में नहाने बाद मरवाही के शिवनी बीट अंतर्गत घिनौची के जल्दाटोला,डडिया के हरिजन टोला एवं मालाडांड होते हुए रविवार एवं सोमवार की मध्य रात अनूपपुर जिले में गूजर नाला पार कर ग्राम पंचायत एवं ग्राम चोलना के झिरिया टोला के पास से प्रवेश करते हुए सिंचाई समिति द्वारा लगाए गए पाईपो को तोडते,खेलते चोलना से बचहाटोला एवं कुकुरगोंड़ा के सरईया टोला होते हुए सोमवार की सुबह ग्राम पंचायत क्योटार के कुशुमहाई गांव से लगे जंगल जो वन बीट धनगवां अंतर्गत है में पहुंचकर दिन में विश्राम कर रहे हैं चारों हाथियों का समूह सोमवार की रात किस ओर विचरण करेंगे यह रात होने पर भी पता चल सकेगा,कुछ ही दिनों बाद फिर से हाथियों के अनूपपुर जिले में वापस आने की खबर लगते ही पूर्व से हाथियों के विचरण से प्रभावित अनेको गांव के ग्रामीण चिंतित है वर्तमान समय जैतहरी,अनूपपुर राजेंद्रग्राम इलाके में ग्रामीणों के खेतों में कुछ ही स्थानो पर गर्मी वाली फसले लगी हुई है जिससे हाथियों का पेट नहीं भरने पर पेट भरने के लिए हाथी ग्रामीणों के घरों में तोडफोड किए जाने की संभावना बन रही है,वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी हाथियों के एक बार फिर से अनूपपुर जिले के जैतहरी क्षेत्र में प्रवेश कर जाने पर हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने,रात के समय सचेत एवं सतर्क रहने,हाथियों के साथ छेड़खानी नहीं करने,किसी भी तरह की स्पष्ट सूचना मिलने पर वनविभाग,पुलिस एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सूचित किये जाने की अपील की है।


 रिपोर्ट शशिधर अग्रवाल अनूपपुर

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