राहुल गाँधी का गुजरात हाईकोर्ट न्यायालय ने आवेदन किया खारिज कांग्रेस ने किया मौन प्रदर्शन
अनूपपुर :- 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार की एक रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था। इसको लेकर भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था। इसमें उन्हें बीते मार्च में सूरत की अदालत ने धारा 504 के तहत दो साल की सजा सुनाई थी।
इसके बाद राहुल की लोकसभा सदस्यता चली गई। ऐसे में सबकी निगाहे, मामले को लेकर गुजरात हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका की तरफ थी। 7 जुलाई शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट न्यायालय ने आवेदन खारिज किया जाता है।
कांग्रेसियों ने किया मौन प्रदर्शन
गुजरात हाईकोर्ट न्यायालय ने आवेदन खारिज किया जाता है। अनूपपुर में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया | कांग्रेस ने मोदी सरकार में जनता की आवाज दबाने वाला मामला बताते मौन प्रदर्शन किया। जिला मुख्यालय अनूपपुर में जिला कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में गांधी प्रतिमा रख कर किए मौन प्रदर्शन में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रमेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रीति रमेश सिंह, वासु देव चटर्जी, पार्षद रियाज खान, पूर्व पार्षद पुरुषोत्तम चौधरी, राम सजीवन गौतम पूर्व पार्षद रामाधार बैगा, भूरा यादव, राजेश द्विवेदी, दीपक पांडे, श्याम सिंह, निरंजन सिंह, सतेंद्र स्वरूप दुबे, चंद्र प्रताप सिंह, खलील मेनन आदि उपस्थित रहे इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष रमेश जी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। एक षडयंत्र के तहत हमारे नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में फंसाकर उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। मोदी सरकार जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है। इसके कारण आज कांग्रेस को मौन धारण करना पड़ा रहा है। देश में भाजपा की नफरत के खिलाफ देशवासियों के दिल में प्रेम का बीज जगाने राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की। जिसके समर्थन से घबराई मोदी सरकार ने एक पुराने चुनावी सभा में दिए बयान को आधार बनाकर सरकार ने षडयंत्र केतहत राहुल की सदस्यता रद्द कराई। देश की जनता मोदी सरकार की नफरत की राजनीति को समझने लगी है। पूरे देश की जनता, नफरत फैलाने वाली सरकार को उखाड़ फेंकने तैयार है।