गुणवत्ताविहीन सीमेंट सप्लाई कर रहा है अल्ट्राटेक सीमेन्ट, उपभोक्ता को लग रहा है चूना - जुगुल राठौर
अनूपपुर/जैतहरी :- बेहतर गुणवत्ता एवं मजबूती का मिशाल का दुहाई देकर उपभोक्ता को लूटने वाले कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट की पोल खुल गई है । बता दें कि दिनांक 30/10 /2021 को डेढ़ सौ बोरी सीमेंट शिवम ट्रेडर्स जैतहरी से खरीद कर आंगन में कंक्रीट एवं फर्श करवाया था, जिसका की समय सीमा तक पानी से तराई करवाया था , किंतु 15 से 20 दिन के भीतर कांक्रीट घटिया सीमेंट के कारण खोखला होकर घिस करके कमजोर होते गया और आज स्थिति यह है कि आधा आंगन अपने आप गड्ढा में तब्दील होते जा रहा है , जिसकी शिकायत अल्ट्राटेक कंपनी के हेल्पलाइन में किया था और कुछ दिन बाद कंपनी के मैनेजर श्री सौरभ द्विवेदी एवं कपिल सोनी इंजीनियर मौके से पहुंच कर जांच किए । जांच में उन्होंने माना कि किया गया कंक्रीट उखड़ रहा है इसका कारण समझ में नहीं आ रहा है । उन्होंने आश्वासन दिया कि कंपनी के हेड क्वार्टर को जानकारी देकर इस पर त्वरित कार्यवाही किए जाएगा किंतु अब उक्त दोनों अधिकारी उपभोक्ता का फोन रिसीव करने को तैयार नहीं है।
उपभोक्ता जुगल किशोर राठौर ने दोनों अधिकारियों से अपनी वेदना एवं उपयोग किए गए सीमेंट पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि हम गांव के आदमी हैं किस तरह से अपने बाल बच्चों के मुंह से कटौती कर दो दो पैसा जोड़कर के निर्माण कार्य करते हैं, किंतु कंपनी के उत्पादित सीमेंट घटिया एवं गुणवत्ता हीन होने के कारण हमारा निर्माणकार्य चौपट हो गया है, उन्होंने कहा कि इस दौर में कॉरपोरेट्स का चरित्र बदल गया है, अब वह व्यापारी हो गए हैं । उनका ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की हवस ने लोगों का विश्वास तोड़ दिया है ,और पूरी प्लान के तहत घटिया किस्म के सीमेंट उत्पाद किया जा रहा है क्योंकि घटिया सीमेंट से करवाए गए निर्माणकार्य जितना जल्दी जल्दी ध्वस्त होगा तो उनकी उत्पाद की जल्दी-जल्दी बिक्री होगी , और उनको ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मिलेगा उपभोक्ता जुगल किशोर राठौर ने चेतावनी दिया है कि यदि समय रहते संतोषजनक कार्यवाही नहीं की जाती है तो उपभोक्ता, उपभोक्ताफोरम में जाने के लिए विवश होंगा , उक्त आशय की जानकारी उपभोक्ता जुगल किशोर राठौर ने देते हुए आमजन से अपील किया है कि कंपनी के ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की हवस एवं उत्पाद की गुणवत्ता में कमी की लड़ाई में साथ दें , ताकि इन बेईमानो को शवक सिखाया जा सके।