अनूपपुर जिले के वन क्षेत्र में फिर पहुंचे चार हाथी,वन विभाग कर रहा निगरानी
अनूपपुर :- कई दिनों तक अनूपपुर जिले की सीमा से डिंडोरी,उमरिया एवं शहडोल जिले में विचरण कर रहे चार हाथियों का समूह गुरुवार की सुबह फिर से एक बार अनूपपुर जिले के अहिरगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत पूर्व एवं पश्चिम कठौतियां बीट के जंगल में पहुंचकर दिन में विश्राम कर रहे हैं यह हाथी बुधवार के दिन एवं रात को वन परिक्षेत्र बुढार के हरदी इलाके में विचरण कर रहा था हाथियों के एक बार फिर से जिले के वन क्षेंत्र में प्रवेश करने पर वन विभाग के द्वारा निगरानी करते हुए आसपास के ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क रहने की सलाह दी है।
विदित है कि चार हाथियों का समूह 14 जून को एक बार फिर से छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही इलाके से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के इलाके में प्रवेश कर जैतहरी,अनूपपुर एवं पुष्पराजगढ़/राजेंद्रग्राम के इलाके में निरंतर विचरण करता हुआ 2 जुलाई को डिंडौंरी जिले में प्रवेश कर एक सप्ताह तक विचरण कर फिर से अनूपपुर जिले के अहिरगवा वन परिक्षेत्र में दो दिन ठहरने बाद उमरिया जिले के घुनघुटी इलाके में चला गया रहा चारों हाथी 13 जुलाई को शहडोल जिले के वन तथा राजस्व क्षेत्र में विचरण करता हुआ बुधवार को वन परिक्षेत्र बुढार के हरदी के क्षेत्र में विचरण कर रात के समय ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर एवं खेत,बाडियों में लगे विभिन्न प्रकार की अनाजों को अपना आहार बनाते हुए गुरुवार की सुबह अनूपपुर वन मंडल के अहिरगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत पूर्व एवं पश्चिम कठौतिया के जंगल में कूर बाबा नामक स्थल पर पहुंचकर दिन में विश्राम कर रहे हैं यह क्षेत्र का जंगल अनूपपुर वन मंडल में है जबकि राजस्व का क्षेत्र शहडोल जिले में आता है एक बार फिर से हाथियों के प्रवेश कर जाने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी अहिरगवां अजेंद्र सिंह वनविभाग के कर्मचारियों के साथ हाथियों के ठहराव एवं विचरण क्षेत्र पर निगरानी रखते हुए आसपास के ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क रहने की अपील करते हुए वन क्षेत्र से लगे ऐसे व्यक्तियों को जो बीच गांव बस्ती से अलग खेत एवं अन्य स्थानों पर कच्चे मकान बनाकर रह रहे हैं को शाम का समय होते ही जान,माल की रक्षा हेतु बीच गांव बस्ती में जाकर पक्के मकानो मे रहने की बात कही है हाथियों का दल गुरुवार की रात किस ओर विचरण करेगा या रात होने पर ही स्पष्ट तौर पर पता चल सकेगा।
रिपोर्ट