संजीवनी अस्पताल में युवक की मौत,परिजनों का हंगामा,अस्पताल पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप जिला चिकित्सालय में डेंगू के 5 मरीज भर्ती publicpravakta.com


संजीवनी अस्पताल में युवक की मौत,परिजनों का हंगामा,अस्पताल पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप


जिला चिकित्सालय में डेंगू के 5 मरीज भर्ती


चार मरीज हैदराबाद से तो दो मरीज पुणे से लौटे थे वापस 


अनूपपुर :- जिला मुख्यालय में पटोरा टोला में संचालित संजीवनी अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के परिजनो ने अस्पताल और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुचकर मामले को शांत कराया व  दो डॉक्टरों की टीम से मृतक का पोस्टमार्डम करवाया गया ।

कुछ लोगो द्वारा पैसा कमाने के उद्देश्य अस्पताल तो खोल लिए जाते है और वह आने वाले मरीजों से बेहतर इलाज के नाम पर उनकी जमापूंजी खाली करा ली जाती है लेकिन सुविधाओ के नाम पर मरीजो के परिजनों को कुछ नही मिलता है  और अंत मे परिणाम  इसी तरह की घटनाओं के रूप में आता है ,  जिला मुख्यालय में इसी तरह के कई अस्पताल संचालित है लेकिन सी एम एच ओ  व जिला प्रशासन अब तक इन निजी अस्पतालों के द्वारा की जाने वाली लापरवाही में नकेल कसने में असफल रहा है ।

वही जिला चिकित्सापलय अनूपपुर में अब तक डेंगू के 5 केस सामने आ चुके हैं। जिसमें 1 डेंगू के मरीज की निजी चिकित्सालय में 27 सितम्बर को मौत हो चुकी है। 25 सितम्बर को डेंगू के मरीज मिलने के बाद से ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक अवधिया की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है, लोगो के स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता और अपने कर्तव्यों से इतिश्री करते हुए अब तक डेंगू के मरीजों के घरों व आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर सर्वे तक नही कराया गया और ना ही बचाव हेतु लोगो को जागरूक किया जा रहा है। सिर्फ मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराते हुए उनका उपचार किया जा रहा है। 


डेंगू से एक मरीज की मौत


मामले में 27 सितम्बर की रात डेंगू से पीडि़त मरीज 19 वर्षीय सुमित केवट पुत्र रामप्रसाद केवट निवासी अमगवां की उपचार के दौरान संजीवनी अस्पताल अनूपपुर में मौत हो गई। जहां गुस्साएं परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा मचाते हुए अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये तथा पोस्टामार्डम कराने से मना कर दिया गया। सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंच कर परिजनों को शांत कराते हुए समझाईश दी गई। 28 सितम्बर को जिला चिकित्सालय में दो सदस्यीय डॉक्टरों की टीम के द्वारा मृतक का पोस्टमार्डम किया । 


एक दिन पहले हैदराबाद से आया था मरीज


मृतक के परिजनों ने बताया कि सुमित केवट काम करने हैदराबाद के साद नगर में किसी फैक्ट्री में काम करने अपने चार दोस्तो के साथ गया हुआ, जिसके बाद अचानक सभी की तबियत बिगडऩे पर वह एक दिन पहले हैदराबाद से वापस आये थे। सुमित केवट डेंगू पॉजटिव था, जिसे उपचार हेतु निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद तत्काल ही मृतक के साथ गए अन्य चार लोगो का डेंगू की जांच की गई, जिनमें तीन लोग डेंगू पॉजटिव मिले। 


25 को भी निकले दो पॉजिटिव, उपचार हेतु भर्ती


25 सितम्बर को पुणे से काम कर वापस पहुंच दो लोगो की अचानक तबियत खराब होने के कारण उन्हे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां दोनो ही डेंगू पॉजिटिव मिले। बताया जा रहा है की साखी जैतपुर एवं पसला-बिजौड़ी के दो युवा जो कि पुणे काम करने गए थे, जहां से वापस आने पर डेंगू से पीडि़त हो गए जिसके बाद उनका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

सीएमएचओं अनूपपुर डॉ. अशोक अवधिया ने बताया कि डेंगू से पीडि़त पांच मरीज सामने आए है, जिनका उपचार किया जा रहा है,मलेरिया विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है, सोमवार से स्वास्थ्य टीम मरीजो के घरों वा उनके आसपास के क्षेत्रों में सर्वे किया जाएगा।

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