एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र में संविधान के रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई
संतोष चौरसिया
अनूपपुर/जमुना कोतमा :- एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय प्रांगण में आज दिनांक 14 अप्रैल 2023 को संविधान के रचयिता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक हरजीत सिंह मदान की अध्यक्षता में भव्य रूप से उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर मनाया गया इस दौरान कालरी के अधिकारी कर्मचारी गणमान्य नागरिक यूनियन प्रतिनिधियों में विजय सिंह केके तिवारी बीएमएस विक्रम प्रसाद एचएमएस लालमन सिंह राज कुमार शर्मा एटक संजय पटेल अजीत सिंह इंटक दिनेश लहरे सिस्टा संजय महार कौसिल पंचू प्रसाद ओबीसी वेलफेयर एसोसिएशन के अलावा सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे जिस पर रामप्रसाद बंजारे एपीएम ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जीवन परिचय पर दृष्टि से प्रकाश डाला और सभी को उनके जीवन के बारे में बताएं सिस्टा के दिनेश लहरे ने कहा कि बाबा डॉ भीम राव अंबेडकर को कुछ समाज के लोग घृणा की दृष्टि से देखते थे जिस प्रथा को ईश्वर ने नहीं बल्कि मानव ने बनाया था तभी उन्होंने सोच लिया था कि पढ़ लिख कर इस कुरीति को दूर करेंगे और वह ऐसे समाज की परिकल्पना कर रहे थे जहां आपस में भाईचारा हो सब मिलजुल कर रहे हैं और उन्होंने यह कर दिखाया है और संविधान की रचना की कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाप्रबंधक हरजीत सिंह मदान ने कहा कि उस समय जब हमारा देश कठिनाइयों से गुजर रहा था उस स्थिति में उन्होंने संघर्ष किया और एक ऐसा संविधान दिया जिसके तहत आज हम संविधान के वसूल ऊपर चल रहे हैं हम लोग ऐसा काम करें कि हमारा देश हमारा समाज हमारी कंपनी तरक्की करते रहे आज यह बहुत अच्छा कार्यक्रम आयोजित किया गया है इसके लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं यह क्षेत्र मुझे सबसे अच्छा लगता है और ऊर्जा के बिना देश का विकास संभव नहीं है और कोयला देश के विकास में मेरुदंड की भूमिका निभाता है और हमारी एसईसीएल कंपनी में 167 टन मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लक्ष्य को प्राप्त किया है जो कि हमारे सह प्रबंध निदेशक के कुशल मार्गदर्शन में पूरा हो सका है बाबा साहब ने उन परिस्थितियों में जो डिग्रियां हासिल की हैं उसको देखते हुए हमारे सीएमडी साहब भी कहते हैं कि जो पड़ेगा वही आगे बढ़ेगा जो लिखेगा वह दिखेगा जो सीखेगा वह टिखेगा मेरा आप लोगों से अपील है कि आप लोग अपने बच्चों को ऐसी परवरिश दें अच्छी शिक्षा ग्रहण करें आगे चलकर देश के विकास में साधक बने उनके द्वारा लिखी गई 4 लाइनें मुझे आज भी याद आता है की मेहनत की आंच से पत्थर भी पिघल जाता है गतिशील पवन हो तो सागर भी मचल जाता है यदि कर्म के प्रति हो सच्ची लगन ह्रदय हैं तो श्रम शील भुजाओं से इतिहास बदल जाता है हम बाबा साहब को आज नमन करते हैं और उन्हीं के आदर्शों पर आपसी मतभेद भुलाकर आगे बढ़ते हैं आप सभी को कोटि-कोटि नमन जय भारत जय मध्य प्रदेश जय बाबा भीमराव अंबेडकर इस कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सफाई कर्मचारियों को उपहार देकर महाप्रबंधक व अन्य अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार प्रकट किया रामप्रसाद बंजारे ने