अवैध प्लाटिंग पर चला प्रशासन का बुलडोजर
कई अवैध प्लॉटिंग पर कार्यवाही शेष
वर्तमान भू स्वामियों को नहीं मिली थी नोटिस, जताया विरोध
कोतमा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत लगातार अवैध प्लाटिंग कर भूमि क्रय विक्रय का मामला सामने आ रहा था जिसको लेकर लगातार समाचार प्रकाशित किया जा रहा था। प्रशासन द्वारा खबरों पर संज्ञान लेते हुए कुछ अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही की गई है, वहीं कुछ प्लॉटिंग आगामी कार्यवाही के लिए छोड़े गए हैं, अवैध प्लाटिंग में पाई-पाई जोड़ कर भूमि क्रय करने वाले वर्तमान भू स्वामियों को नोटिस व कार्यवाही के पूर्व सूचना ना मिलने के कारण नाराजगी भी जताई है।
अनूपपुर/ कोतमा :- नगर पालिका में भू-माफियाओं द्वारा लगातार अवैध तरीके से बिना कॉलोनाइजर और रेरा के प्लाटिंग कर भोले भाले जनता को भूमि क्रय विक्रय कर रहे थे। जिससे प्रशासन को राजस्व की हानि के साथ-साथ भूमि क्रय करने वाले क्रेताओं को भी नियम कानून का पता ना होने से भारी नुकसान का सामना उठाना पड़ रहा था। रविवार की सुबह कोतमा के मुख्य द्वार से लगे हुए सिंह ढाबा के समीप भवानी शंकर जयसवाल के यहां से प्रशासन ने अवैध कॉलोनी व प्लाटिंग पर कार्यवाही की शुरुआत की। नगर पालिका द्वारा पूर्व में जारी किए गए नोटिस के आधार पर कोतमा राजस्व विभाग के अधिकारी मायाराम कोल के नेतृत्व में कार्यवाही की गई है। कोतमा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत 4 से 5 अवैध प्लाटिंग पर रविवार के दिन कार्यवाही की गई। अवैध प्लाटिंग को लेकर समाचार पत्रों में लगातार खबरें प्रकाशित की जा रही थी जिस पर अब जाकर प्रशासन ने संज्ञान लेकर कार्यवाही की है वही अभी दर्जनों अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई होना शेष है।
यहां हुई कार्यवाही, अन्य में आगामी दिनों में होना है कार्यवाही
कोतमा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत आधा दर्जन अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही की गई जिनमें वार्ड क्रमांक 7 और वार्ड क्रमांक 4 में की गई अवैध प्लाटिंग पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया। कोतमा में भूस्वामी केदार बरगाही के खसरा क्रमांक 94/2/1/1 के खसरा 0.194 हे., भवानी शंकर जयसवाल की खसरा क्रमांक 297/6/2/1/2/1/1 की 0.398 हे. भूमि के साथ राजेश मिश्रा और इंद्र देव सिंह की भूमि पर प्रशासन ने अवैध प्लाटिंग को हटाने की कार्यवाही की। प्रशासन द्वारा इंद्रदेव सिंह की भूमि पर बिना नोटिस जाने पर भूस्वामी द्वारा आक्रोश व्यक्त किया गया।
कोतमा नगर में बची है प्लाटिंग पर कार्यवाही
उक्त कार्यवाही के बाद भी कोतमा नगर के अंदर दर्जनों जगह अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही अभी बची हुई है। कोतमा नगर में व्यापारी वर्ग और सफेदपोश नेताओं ने शासन प्रशासन द्वारा बनाए गए कॉलोनाइजर एरा जैसे नियमों का उल्लंघन करते हुए करोड़ों की भूमि क्रय विक्रय कर राजस्व की क्षति प्रशासन को पहुंचाई है कोतमा नगर के अंदर वार्ड क्रमांक 07 में मयूर ढाबा के बगल में कोई प्लाटिंग पर अभी कार्यवाही नहीं की गई है। साथ ही कोतमा जनपद के पीछे लगभग 3 से 4 एकड़ की भूमि पर किए गए प्लाटिंग पर प्रशासन की नजर अब तक नहीं गई है। कोतमा तहसील के पीछे भी अवैध तरह से प्लाटिंग जमीन क्रय विक्रय का खेल राजस्व की सांठगांठ से करने की तैयारी में है जिस पर प्रशासन को संज्ञान में लेते हुए कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।
भू स्वामियों ने जताया विरोध, नहीं मिली थी नोटिस
अवैध प्लाटिंग पर प्रशासन ने कार्यवाही तो की है लेकिन अवैध प्लाटिंग करने वाले भू माफियाओं के कारण पाई पाई जोड़ कर भूमि क्रय करने वाले गरीब जनता को भी उक्त कार्यवाही से काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। प्रशासन द्वारा वर्तमान भू स्वामियों को नोटिस जारी ना कर पूर्व भूस्वामी को नोटिस कर डायवर्टेड भूमि और आमंत्रित हुई भूमियों पर गलत तरीके से कार्यवाही की गई। भूस्वामी और जानकार का कहना है कि अगर प्रशासन को उक्त भूमि ऊपर कार्यवाही करनी थी तो गोस्वामी के नाम पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाना चाहिए था। जबकि उक्त भूमि व्यक्तिगत तरीके से खरीदी और नाम आदित्य की गई है वही जमा की गई पूंजी से खरीदे गए और भूमि पर बनाए गए दीवाल को तोड़कर प्रशासन द्वारा भू स्वामियों को नुकसान पहुंचाया है जिससे क्रेता काफी नाराज नजर आए वहीं उनके द्वारा प्रशासन से नोटिस की मांग की गई तो प्रशासन ने अपना पहला यह कहते हुए झाड़ लिया कि अवैध कॉलोनी बनाने के ऊपर कार्यवाही की गई है।
रजिस्टर और उप पंजीयक पर प्रशासन मेहरबान
जमीन के क्रय - विक्रय के समय रजिस्ट्री से पूर्व भूमि के नामांतरण और बिक्री नामा के साथ रजिस्ट्री करने से पूर्व उप पंजीयक और रजिस्ट्रार द्वारा जमीन का वेरिफिकेशन करना नियम में है लेकिन चंद सिक्कों की खनक के आगे रजिस्टर और उप रजिस्ट्रार द्वारा बिना वेरिफिकेशन किए हैं भूमि का क्रय विक्रय कर दिया जाता है। वही बहुत सारे रजिस्ट्री की जांच की जाए तो उनमें अधिकांश रजिस्ट्री में मकान की जगह खाली भूखंड दर्शाया गया है साथ ही पेड़ कुआ बावड़ी जैसे शब्द तो रजिस्ट्री में दर्शाए ही नहीं जा रहे हैं। ऐसे कई मामले देखे जाते हैं जहां मकान होने के बाद भी रजिस्ट्री में खाली भूखंड दर्शा कर राजस्व की हानि और अपने फायदे का कार्य किया जा रहा है जिस पर प्रशासन द्वारा जांच करने की आवश्यकता है।
इनका कहना है
नगर पालिका द्वारा नोटिस जारी करने के बाद अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही की गई है जल्द ही अन्य अवैध प्लाटिंग किए गए जगह पर भी कार्यवाही होगी।
मायाराम कोल
एस डी एम कोतमा