बिना वाहन देवहरा पुलिस सहायता केंद्र के भरोसे 14 गांव, बढ़ रही आबादी घट रहा स्टाफ, कैसे लगेगा अपराध पर अंकुश publicpravakta.com


बिना वाहन देवहरा पुलिस सहायता केंद्र के भरोसे 14 गांव, बढ़ रही आबादी घट रहा स्टाफ, कैसे लगेगा अपराध पर अंकुश


अनूपपुर  :- अपराध रोकने और आमजन को त्वरित सुरक्षा व सहायता देने के लिए  के मकसद से अनूपपुर जिले के चचाई थाना अंतर्गत क्षेत्र में  ग्राम देवहरा में (अब नगर परिषद् बरगवां अमलाई ) पुलिस सहायता  केंद्र संचालित किया गया था , लेकिन  अब स्टाफ एवं वाहन  सुविधाओं के आभाव में सहायता केंद्र को खुद ही 'सहायता' की जरूरत पड़ती नजर आ रही है । संचालन के  समय स्वीकृत पद मे 01 प्रभारी ,01 एसआई ,02 प्रधान आरक्षक और 04आरक्षक कुल आठ कर्मचारियों को पदस्थापित  किया गया परंतु वर्तमान में एक प्रभारी  के अलावा 02 प्रधान आरक्षक और 02 आरक्षक जिसमें 01 महिला आरक्षक और 01 पुरुष आरक्षक मात्र 5 कर्मचारियों ही लगभग 12  किलोमीटर खेत्र में फैले  देवहरा ,संजयनगर,  पटना , धिरौल ,बोड्डीहा, खमरिया, बरहाटोला ,भंगहा, अमिलिहा, उमरिहाटोला , डोंगराटोला ,तुम्मीवर, संगवाटोला ,और छोट डोंगराटोला सहित 14  गावों गावों की सुरक्षा सम्हाल रहे है। जबकि  अनूपपुर जिले की अतिसंवेदनशील गांव में  पटना ,धिरौल और  देवहरा शामिल है ,झगड़ा-फसाद हो या दुर्घटना, थानान्तर्गत वारंटी गिरफ्तार करना हो या रोजमर्रा के कार्य। इनको निपटाने के साथ क्षेत्र के  सार्वजनिक समारोह की शान्ति व कानून व्यवस्था बनाने रखने का जिम्मा पुलिस का है। लेकिन स्थानीय पुलिस सहायता केंद्र  क्षेत्र में बढ़ती आबादी व स्टाफ की कमी के बीच क्षेत्र की शांति व्यवस्था बनाए रखना मुश्किल साबित हो रहा है।वहीँ अपराध रोकने और आमजन को त्वरित सुरक्षा व सहायता देने के लिए सहायता केंद्र में एक भी वाहन न होने के कारण  लोगों को  तत्काल पुलिस की सुविधा नहीं मिल पाती।  बड़ी वारदात होने, रिपोर्ट दर्ज होने या फिर गश्त के दौरान पुलिस को  निजी साधनों पर आश्रित रहना पड़ता है ।

एक टिप्पणी भेजें

MKRdezign

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Blogger द्वारा संचालित.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget