माहवारी स्वच्छता हेतु ब्लीड विद डिग्निटी अभियान की शुरुआत publicpravakta.com

 


माहवारी स्वच्छता हेतु ब्लीड विद डिग्निटी अभियान की शुरुआत



अनूपपुर :- महिला स्वास्थ्य तथा माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के समाज कार्य विभाग तथा प्रणाम नर्मदा युवा संघ (प्रनयुस) के संयुक्त तत्वाधान में अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान की शुरुआत विश्वविद्यालय स्तर से प्रारंभ किया गया है जिसे बाद में समाज में जाकर माहवारी स्वच्छता जागरूकता हेतु महिलाओं तथा पुरुषों को संवेदनशील बनाया जाएगा।  एमएसडब्ल्यू प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा आयोजित यह अभियान में माहवारी के प्रति समाज में व्याप्त रूढ़िवादी विचारों को तोड़ने, खुलकर बात करने तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने हेतु बल दिया जा रहा है । सहयोगी संस्था प्रनयुस द्वारा विगत 2 वर्षों से निरोग नारी अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें क्षेत्रीय जनजातीय महिलाओं को माहवारी स्वच्छता पर समुदाय स्तर में अभियान चला कर जागरूक किया जाता है। संस्था द्वारा निरोग नारी केंद्र की स्थापना विभिन्न गांव में की गई हैं जिससे सुदूर जनजातीय गांव की महिलाओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध हो सका है। 

ब्लड विद डिग्निटी कार्यक्रम में सेल्फी स्टैंड के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया जा रहा है, रेड डॉट चैलेंज के माध्यम से माहवारी संबंधी व्याप्त रूढ़िवाद को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है । टीम द्वारा प्रश्नोत्तरी के माध्यम से छात्र तथा छात्राओं से खुलकर बात किया जाता है, विजेताओं को सेनेटरी पैड उपहार में प्रदान किया जाता है। ऐसे युवा जिन्होंने आज तक सेनेटरी पैड ना तो खरीदा है और ना ही किसी को दिया है उन्हें चैलेंज देकर किसी अनजान लड़की को सेनेटरी पैड गिफ्ट कराया जाता है। 


माहवारी आना महिलाओं का सौभाग्य


इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के श्री शील मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती शीला त्रिपाठी जी ने कहा कि महावारी किसी प्रकार की बीमारी नहीं है, यह प्रत्येक महिला का सौभाग्य है, यदि महावारी ना हो तो एक महिला कभी मां नहीं बन सकती और ना ही कभी इस संसार की वृद्धि हो सकेगी । नवयुवक तथा युवतियों को इस पर खुलकर बात करना चाहिए शर्म को पीछे छोड़ते हुए स्वास्थ्य को बढ़ावा देना चाहिए, तभी यह राष्ट्र स्वस्थ तथा समृद्ध हो सकेगा।


छात्राओं ने माहवारी का अनुभव साझा किया


माहवारी पर खुलकर बात करने के लिए उपलब्ध इस मंच पर विश्वविद्यालय में पढ़ रही छात्राओं ने अपने साथ घटित अच्छे तथा बुरे अनुभवों को साझा किया। लड़कियों के साथ महावारी के दौरान कई प्रकार के दुर्व्यवहार होते हैं, कई मौकों पर मजाक उड़ाए जाते हैं, यह उनके जीवन का सबसे पीड़ादायक समय होता है, जिसे वह किसी से नहीं कह सकती, इस कार्यक्रम में अपनी बात कहते हुए कई छात्रा भावुक हो गए तथा अपने साथ घटित अनुभवों को साझा किया। बहुत से छात्राओं ने माहवारी के प्रारंभिक दिनों के अनुभवों  को साझा किये साथ ही माहवारी के पूर्व सिंड्रोम के अनुभवों को साझा किए। 


निरोग नारी हम सबकी जिम्मेदारी


टीम की छात्र प्रमुख जिनी जगन ने बताया कि यह अभियान एक छोटे रूप में प्रारंभ किया गया है, जिसे आगामी दिनों में विस्तार रूप प्रदान किया जाएगा। वर्तमान में ग्रामीण महिलाओं में इस विषय के प्रति झिझक देखी गई है, साथ ही शिक्षित वर्ग में भी इस विषय पर खुलकर बात नहीं हो रही है। इसी बंधन को तोड़ने के लिए यह कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है क्योंकि निरोग नारी हम सबकी जिम्मेदारी है। 


समूह कार्य से सफल होगा अभियान


समाज कार्य विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रो रंजू हाशमी साहू, प्राध्यापक डॉ रमेश बी, डॉ कृष्णामनी भगवती, डॉ दिव्या के के मार्गदर्शन तथा विभाग के शोधार्थी एवं प्रणाम नर्मदा युवा संघ के अध्यक्ष विकास चंदेल के नेतृत्व पर आयोजित इस अभियान में हरीश कुमार धुर्वे, जिनी जगन, बिज्जू चंद्रा, विंदुजा, हर्ष कल्याणे, वैशाख, अमजद अली, गोकुल कृष्णा, जिलसी, सरण्या तथा अन्य विभागीय छात्र छात्राओं का समूह इस कार्य को संपादित कर रहा है। प्रनयुस संस्था की ओर से निधि सिंह राठौर तथा संतोषी सिंह उपस्थित रहे।

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