बिन पानी सब सून , मध्यान भोजन बनाने से लेकर पीने के पानी तक को मोहताज हुए बच्चे और विद्यालय प्रबंधन publicpravakta.com


बिन पानी सब सून


मध्यान भोजन बनाने से लेकर पीने के पानी तक को मोहताज हुए बच्चे और विद्यालय प्रबंधन


शिकायत पर शिकायत नही सुधरा हैंडपंप

पीएचई की कार्यप्रणाली पर खड़ा हो रहा है प्रश्नचिन्ह


मामला शासकीय माध्यमिक विद्यालय पटना राजेन्द्रग्राम का


अनूपपुर/पुष्पराजगढ़ :- अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के शासकीय माध्यमिक विद्यालय पटना संकुल राजेन्द्रग्राम को पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है हैंडपंप 1 माह से ऊपर हो गया पूरी तरह खराब पड़ा है, जिसकी सूचना विद्यालय प्राचार्य द्वारा संकुल, बीआरसी, बीईओ, पीएचई विभाग सहित दी जा चुकी है मगर आज तक हैंडपंप का सुधार नही हो पाया है जिसके कारण विद्यालय में छात्र छात्राओं, शिक्षक के अलावा अन्य लोगो को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। और जिम्मेदार लोग हाथ मे हाथ धरकर बैठे हैं। किसी को कोई चिंता नही है कि विद्यालय पानी कहा से मिलेगा। सभी संबंधित लोगो को इसकी शिकायत लगातार की जा रही हैं मगर जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं लगता हैं 6 माह बाद ही नींद खुलने की उम्मीद लग रही हैं। इनके नींद का खामियाजा विद्यालय को भोगना पड़ रहा है। जब कि सरकार सभी विद्यालयों में करोड़ो रूपये खर्च करके बोर करवाकर नल फिटिंग करके पानी की टंकी लगवाई है, मगर सरकार की योजनाओं पर कुछ लोग पलीता लगा रहे हैं।


विद्यालय में पानी के पानी को मोहताज बच्चे 


शासकीय विद्यालय पटना में हैंडपंप खराब होने कारण पानी की समस्या विकराल हो गयी है। विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को पानी न होने के कारण बहुत परेशानी उठानी पड़ रही हैं। छात्रों को पीने के लिए पानी नसीब नही हो रहा हैं। पानी पीने के लिए विद्यालय से बाहर पानी की तलाश में भटकना पड़ रहा हैं। मगर इन छात्र छात्राओं की समस्या का कोई समाधान नही निकल पा रहा हैं।


शौच के लिए जाना पड़ता है बाहर


पटना में विद्यालय में शौचालय तो है मगर विद्यालय में पानी की व्यवस्था न होने की वजह से छात्र एवं छात्राओं को मजबूरी में लोटा लेकर शौच के लिए विद्यालय से बाहर खुले मैदान में जाने को मजबूर है, मोदी जी के स्वच्छ भारत मिशन को खुलेआम कुछ लोगो की लापरवाही के कारण पलीता लग रहा हैं। सरकार ने तो विद्यालय में सारी व्यवस्था तो बना के दे दी हैं मगर उसकी रक्षा करने वाले अपना कार्य भलीभांति नही कर पा रहे हैं।


एक किलोमीटर से पानी लाना बनी मुसीबत


विद्यालय में मध्यान्ह भोजन का कार्य रेशमी स्वसहायता समूह द्वारा किया जा रहा हैं विद्यालय में लगभग 100 बच्चो का भोजन प्रतिदिन तैयार होता हैं। भोजन तैयार करने के लिए 50 लीटर तथा अन्य कार्यो के लिए 50 लीटर पानी चाहिए होता हैं। जिस कारण से स्वसहायता समूह को को 1 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा जिससे समूह को परेशानी का सामना पड़ रहा रहा हैं। जिसके कारण श्रम समय और धन ज्यादा लग रहा हैं जिसे कोई देखने वाला नही है।


गर्मी का असर शुरू


ठंड में मौसम विद्यालय के छात्र छात्राओं शिक्षक एवं अन्य लोग पीने का पानी उपयोग कम से कम ही करते थे मगर जैसे जैसे गर्मी का असर हुआ तो सभी लोग दुगना पानी का उपयोग करने लगे जिसके कारण ज्यादा पानी बाहर से लेकर आना पड़ता हैं। पानी के लिए बार बार सभी लोगो को बाहर लेने जाना पड़ता हैं।


पढ़ाई हो रही प्रभावित


पानी की समस्या के कारण विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की पढ़ाई में विपरीत असर पड़ रहा हैं जैसे बच्चो को प्यास लगती तो पानी पीने काफी दूर बाहर जाना पड़ता हैं जिससे पढ़ाई के बीच मे ही उठकर जाना पड़ता हैं जिसके कारण बच्चे पूरी तरह अच्छे से पढ़ाई नही कर पा रहे हैं अभी तो बच्चो के वार्षिक पेपर भी चालू नही हुए संभवतः मार्च के अंतिम सप्ताह में वार्षिक पेपर शुरू होने की उम्मीद है तब तक बच्चो को इस कठिनाई का सामना करने की मजबूरी सता रही हैं


बीईओ, पीएचई, बीआरसी, संकुल में हुई शिकायत


विद्यालय में हैंडपंप बिगड़ने की शिकायत प्राचार्य के द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पराजगढ़, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पुष्पराजगढ़, बीआरसी पुष्पराजगढ़ एवं संकुल प्रभारी राजेन्द्रग्राम में शिकायत की गई है। मगर 1 माह से ज्यादा समय गुजर गया है लेकिन कही कोई पानी की व्यवस्था करने की कोई सुनवाई नही हो पाई है जब विद्यालय में हैंडपंप बिगड़ने पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है तो बाकी जगह सैकड़ो हैं हैंडपंप बिगड़े पड़े होंगे स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की लापरवाही खुल कर सामने आ रही है। सभी जिम्मेदार लोग अपने हाथ मे हाथ धरकर बैठे हैं।


चोरों ने विद्यालय में बोला धावा


एक तो विद्यालय मे पानी की समस्या चल ही रही है दूसरी ओर चोरों ने भी विद्यालय में धावा बोलकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा स्कूल में लगाया गया पानी की 1 हजार की टंकी, नल फिटिंग, बिजली का तार के अलावा अन्य सामान चुरा ले गए, इसी को कहते एक समस्या से निजात नही मिली दूसरी बन गयी। विद्यालय में आये दिन चोरी होती रहती हैं।


सीएम हेल्पलाइन में हुई शिकायत


सभी जगह शिकायत के बाद भी विद्यालय में पानी की समस्या दूर न होते देख मध्यान्ह भोजन के रेशमी स्वसहायता समूह के संचालक ने सीएम हेल्पलाइन 181 में पानी की समस्या को दूर करने के लिए शिकायत की मगर 10 दिन बीत जाने के बाद भी यह समस्या दूर नही हुई हैं।


कौन सुनेगा विद्यालय की समस्या


स्कूल की तरफ से सभी लोगो को जानकारी दी जा चुकी है मगर अभी तक समस्या दूर नही हो पाई है अब विद्यालय वालो को यह समझ आ रहा हैं पानी की समस्या की शिकायत किसके पा करें जिससे पानी समस्या दूर हो जाये अब जिले के कलेक्टर महोदया से एक उम्मीद लग रही हैं यह मामला उनके तक पहुँच जाए और पानी की समस्या दूर हो जाये।


नही उठा मोबाइल


लगातार शिकायत के बाद पानी की समस्या दूर न होने पर जब इस मामले में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अनूपपुर जितेंद्र मिश्रा को उनके मोबाइल नम्बर में 3 बार कॉल किया गया मगर रिसीव नही हुआ तो उनको मेसेज करके बात करने की गुजारिश की गई उसके बाद भी न तो कॉल आया न ही मेसेज का कोई जबाब ऐसे में पीएचई विभाग चल चुका। जबसे कार्यपालन यंत्री जितेंद्र मिश्रा की पदस्थापना अनूपपुर में हुई है तब से विभाग में जमकर मनमानी चल रही हैं लगातार शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नही हो रही हैं। जिले में नल जल योजना पूरी तरह दम तोड़ रही हैं और कार्यपालन यंत्री कुर्सी में बर्फ की सिल्ली की तरह जमे रहते है। सारा काम खानापूर्ति तक सीमित रह गया है कोई सुनवाई नही कोई कार्यवाही नही इनके आने के बाद पूरा पीएचई विभाग वेंटिलेटर में जा चुका हैं। विभाग को इलाज की जरूरत है कौन करेगा इलाज जब इलाज करने वाला खुद बीमार हो तो गई भैस पानी मे इनकी छूट देने की वजह से विभाग का कोई अधिकारी कर्मचारी सुनने को तैयार नही है।


इनका कहना हैं


  मध्यान्ह भोजन बनाने खिलाने एवं अन्य कार्यो के लिए बहुत पानी की आवश्यकता पड़ती हैं विद्यालय में हैंडपंप खराब होने के कारण काफी दूर से पानी लाना पड़ रहा हैं जिसके कारण बहुत सारी समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं 


    मध्यान्ह भोजन संचालक 

रेशमी स्वसहायता समूह पटना विद्यालय



 मैं आज ही खुद जाकर मामले को दिखवाकर पानी की समस्या दूर करवाने की कोशिश करता हूँ


                महेश दुबे

 एसडीओ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पुष्पराजगढ़


 लगातार पीएचई को लिखित और मौखिक शिकायत की जा चुकी है मगर बोलते हैं ठीक कर देंगे मगर  1 माह से ज्यादा समय हो जाने के बाद भी पीएचई विभाग ठीक नही रहा हैं।


    हर प्रसाद दुबे

 बीआरसी पुष्पराजगढ़

एक टिप्पणी भेजें

MKRdezign

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Blogger द्वारा संचालित.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget